Friday, 15 March 2013

The Stairs Of Graduation

A journey so far
with memoirs so large
The crust of happiness
above the fluids of truth.

The learning's so basic
from kindness to cruelty of world
from friendship to love
the realms so strong.

The one instinct everlasting bonds.
Along with the cruel heart-destroying back-stabbings
jealousy on each front
and support on every end
turns and roundabouts.
and the straight forward thoughts
opportunities and gains
and the taste of losses with pains.

Still the best and unforgotten ever
The strongest platform of life  to stand-with
and the brimful cups of takeaways...
giving the strength to face any challenges.

The most precious and memorable
with the gifts of love and friendship and true selfless relations
The loveliest ever and cherish-able
"The stairs of graduation".

 

Written By: "Sai Prakash"

Tuesday, 12 March 2013

CCPD ki Yaadein...


राह देखि थी इस दिन की कब से...
आगे के सपने सजा रखे थे जाने कब से...
बड़े उतावले थे जान्ने को...
जिंदगी का अगला पड़ाव पाने को...
पर ना जाने क्यूँ दिल मै आज कुछ और आता है...
वक़्त को रोकने का जी चाहता है... ...


जिन बातों को ले कर रोये थे...
आज उनपर हंसी रही है...
ना जाने क्यूँ उन पलों की याद रही है... ...

सब कहते हैं बड़ी मुस्किल से सह गया CCPD...
पर ना जाने क्यूँ आज लगता है कुछ पीछे रह गया...
कही अनकाही हजारों बातें बन गयी...
ना भूलने वाली कई यादें बन गयी... ...

हमारी class अब कौन लेगा...
फ़ोन कर के अब कौन हमे बुलाएगा...
जहाँ महीनो की फिकर नहीं वहां दो घंटे की CCPD का धयान कौन रखेगा...
कौन हमारी क्लास लेने के लिए रात भर जागेगा...
कौन हमारे नए नए नाम बनवाएगा...
कौन बिना टोपिक के हमे मुर्गे बनाएगा...
कौन अब हमे गलियां देगा...
कौन हमारी गलतियों को सिखाएगा...
कौन अपने ही दोस्तों की क्लास लेने को कहेगा...
और उनकी क्लास ना लेने पर हमारी क्लास लेगा... ...


24 hours’ मै कोल्ड-ड्रिंक्स किनसे पियूँगा...
बिना गलती के air - chair कैसे बनूँगा...
कौन grouping करने पर गुस्सा दिखायेगा...
कौन अपने दोस्तों से लड़ाई होने पर हमें डांट लगाएगा...

वो हसीं रातें फिर कब आएगी...
कब फिर से वो पल की याद आएगी...
ऐसे senior’s कहाँ मिलेंगे...
जो हमें पहले तो गालीयां दे...
और फिर parents की तरह देखभाल भी करे... ...

लड़कियों से बातें करते देख अब कौन हमसे seat - ups लगवाएगा...
कौन हमारे जोक्स पर जोक्स बनाएगा...
कौन अब हमसे हमारी हंसी पोंछायेगा...
कौन हमारे फालतू के lectures सुनेगा...
कौन हमें हमारी खूबियाँ सब के सामने लाने की हिम्मत दिलाएगा... ...

कब ये दिन वापिस आएगी...
कब उन पलों की यादें फिर से आएगी...
जब भी आएँगी ये यादें...
सबकी आँखों को नम कर जाएगी...
और सभी की हिम्मत बढ़ाएगी...

बस एक दुआ है इस रब से...
साथ रहे हम सभी... और ना हो कोई दुखी...
मिले सभी को सारी खुशियाँ...
और रहे सभी एक MCA परिवार की तरह...

Sunday, 10 March 2013

Lafangey Parindeys..........

Aaya tha nayi jagah badi ullaas ke saath........
soncha tha milega mujhe apne naye doston ka saath........
par na jaane kyun aaj badi udasi si hai........
na jaane kyun ye akelapan hai........

yaad aati hai purane dino ki masti........
jab saath raha karte the sabhi..............
aaj un palon ko bahut miss karta hun....
ek baar fir se wo din ki jeene ki chahh rakhta hun...

Na jaane kab wo din wapis aayegi.....
jab saath honge hum sabhi lafangey parindey.........
aur is udasi bhari zindagi mai fir se ullas aayegi....
aur fir ek nayi expedition ho jayegi................

Missing you Lafangey Parindeys..............
Rahul Tiwari (now in IIT Roorkie), Vishal Singh (now in BIT Mesra), Sai Prakash (now in SAP Labs Bangalore) and  Sourav Basu (now in BIT Mesra).....................